आपने सफल यूपीएससी (UPSC) कैंडिडेट्स की कहानियां तो बहुत सुनी होंगी, जिसमें वह अपने बारे में सबकुछ बताते हैं। इसी कड़ी में साल 2017 बैच की आईएएस (IAS) प्रेरणा सिंह शामिल(Prerna Singh) हैं। वे अन्य कैंडिडेट्स को यूपीएससी (UPSC) की तैयारी करने के टिप्स बता रही हैं।
नोट्स के जरिए करें रिवीजन
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की आईएएस (IAS) अधिकारी प्रेरणा कैंडिडेट्स को यूपीएससी (UPSC) की तैयारी सीमित किताबों से करने की सलाह देती हैं, जिसमें NCERT की किताबें शामिल हैं। पढ़ते समय किताब में अंडरलाइन करने की बजाए नोट्स बनाने के लिए कहती हैं ताकि रिवीजन करने में आसानी हो। उनका मानना है कि यूपीएससी की परीक्षा में रिवीजन की बहुत अहम भूमिका है। इससे आंसर सोचने में समय नहीं लगता और समय पर पेपर पूरा हो जाता है।

यह भी पढ़ें :- पिता शराबी थे और माँ ने भीख मांगकर पढाया, ज्यावेल को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में मिली स्कॉलरशिप: अब वह विदेश में सपने साकार करेंगे
आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करना है जरूरी
तैयारी के दौरान आंसर राइटिंग की ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करें। इसके अलावा जब आप अपना आंसर लिखे, तो उसमें तथ्य और डायग्राम जरूर बनाएं। इससे इससे अच्छे मार्क्स मिलते हैं। प्रेरणा सिंह (Prerna Singh) बताती हैं कि अपना स्टडी मेटेरियल सीमित ही रखें क्योंकि अंत में सिलेबस खतम करना मुश्किल हो जाता है।

NCERT की किताबों से तैयारी करने से होता है फायदा
NCERT की किताबों से तैयारी करने के बहुत से फायदे हैं। इसमें सिलबस रिपीट नहीं होता, जिससे कम समय में ज्यादा जानकारी इकठ्ठा की जा सकती है। साथ ही NCERT की किताब पढ़ने से आपका बेसिक पूरी तरह क्लीयर हो जाता है। प्रेरणा सिंह (Prerna Singh) का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी में सबसे अहम सेल्फ स्टडी है। अक्सर कैंडिडेट पूरी तरह कोचिंग पर डिपेंड हो जाते हैं, जिससे वह अच्छा स्कोर नहीं कर पाते इसलिए अगर आपको जरूरत लगे तो कोचिंग जरूर लें लेकिन सेल्फ स्टडी करना बहुत ही जरूरी है।
इसी रणनीति को अपनाकर प्रेरणा सिंह (Prerna Singh) वर्तमान में आईएएस (IAS) ऑफिसर हैं।
Comments
Post a Comment